आज इस आर्टिकल में हम बताएंगे कि हम अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में windows install करने के लिए bootable pen drive कैसे बना सकते हैं?
पहले के समय में विंडोज को इंस्टॉल करने के लिए CD या फिर DVD पर किया जाता था लेकिन आज का समय पहले के समय से बहुत आधुनिक हो चुका है और आजकल हर कोई CD या फिर डीवीडी से pendrive का उपयोग करना बहुत ज्यादा पसंद करता है। और इसका उपयोग करता भी है।
Computer का उपयोग हर यूजर करता है और इसके बारे में एडवांस जानकारी भी रखना चाहता है। कंप्यूटर पर बहुत बार होता है कि कंप्यूटर की विंडो से खराब या corrupt हो जाती है या यूजर के पास windows CD होती है वह खराब हो जाती है,और हमें किसी शॉप पर जाकर उसे डलवाना पड़ता है। यदि किसी यूजर के पास यह जानकारी है कि pendrive को bootable कैसे बनाएं। तो वह अपनी पेन ड्राइव को bootable बनाकर उसमें विंडोज रख सकता है जिससे वह कभी भी windows problem आने पर pen drive से boot कर पाए। अक्सर बहुत से लोग windows boot के लिए CD का उपयोग भी करते हैं लेकिन हम उसी windows file को अपनी pen drive मैं रख कर भी अपने कंप्यूटर पर windows डाल सकते है
Bootable pendrive क्या होती हैं
Bootable pendrive एक ऐसा डिवाइस होता है जिसकी मदद से कंप्यूटर में operating system install करने के लिए कंप्यूटर को boot कराया जाता है। जब हम नया computer बनाते हैं तो उसे चलाने के लिए हमें उसमें OS यानी operating system हमें किसी CD, DVD या pendrive की मदद से डालना होता है।
जैसा कि इस आर्टिकल में हमने बताया है कि CD और DVD का इस्तेमाल पहले के समय में किया जाता था लेकिन आज के समय में हम CD या DVD की जगह Pendrive का इस्तेमाल करते हैं।
Pen drive से computer मैं operating system को install करने के लिए पहले हमें pendrive bootable बनाना होगा। बिना बूटेबल पेनड्राइव बनाए हम कंप्यूटर में pen drive की मदद से operating system install नहीं कर पाएंगे।
आसान भाषा में कहें तो bootable pendrive आज के समय में एक ऐसा डिवाइस है जिसकी मदद से हम खुद अपने घर में ही अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में windows आसानी से इंस्टॉल कर सकते हैं।
Pen drive को बूटेबल कैसे बनाएं।
अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में पेनड्राइव की मदद से विंडो इंस्टॉल करना बहुत ही आसान है इसके लिए सबसे पहले हमें अपना पेनड्राइव बूटेबल बनाना होगा विंडो फाइल का सेटअप पेस्ट करना होगा। के बाद विंडो का सेटअप कर सकते हैं यहां पर हम सॉफ्टवेयर और बिना सॉफ्टवेयर के पेन ड्राइव को बूटेबल बना सकते हैं
पेनड्राइव को इस प्रकार बूटेबल बनाएं
Open command
- सबसे पहले कंप्यूटर में USB pen drive लगाना होता है।
- अब हमें अपने कंप्यूटर के keyboard से window +R दबाना होता है।
- अब एक बॉक्स ओपन होगा, इसमें हमें CMD type करना होगा इसके बाद ओके पर क्लिक करना है।
- अब एक काले रंग की window खुलेगी, इसमें diskpart टाइप करना होगा और keyboard के enter को दबाना होगा।
- अब फिर से एक box खुलेगा। यहां हमें DISKPART>लिखा दिखेगा इसके आगे हमें list disk टाइप करना है और enter बटन दबाना होगा।
- अब pen drive की size के नीचे हमें फिर से DISKPART>लिखा हुआ दिखाई देगा। इसके आगे select disk 1 टाइप करना है और enter दबाना है। इससे हमारी pen drive select हो जाएगी।
- अब disk 1 is now the select disk लिख आएगा यानी हमारी pen drive select हो गई है
- अब हमें pen drive को format करना होगा इसके लिए नीचे दिए DISKPART>के आगे clean टाइप करना है और enter बटन दबाना है। हमारी pen drive format हो जाएगी।
- अब हमें फिर से DISKPART>दिखाई दे रहा है इसके आगे create partition primary टाइप करना है और enter दबाना है। हमें spelling का खास ख्याल रखना होगा।
- इसके बाद दोबारा से नीचे दिए DISKPART>के आगे select partition 1 टाइप करना है और enter दबाना है।
- अब pen drive का partition activate करना है इसके लिए नीचे दिए DISKPART>Active टाइप करना है और enter दबाना है।
Final step
- इसके बाद नीचे DISKPART>के आगे format FS = Ntfs quick टाइप करना है और enter दबाना है।
- अब लिखा आएगा 0 percent complete जैसे ही sau percent complete लिखा आएगा समझ लेना है कि हमारी pen drive bootable हो चुकी है।
Rufus की सहायता से पेन ड्राइव को बूटेबल कैसे बनाएं।
Rufus की सहायता से पेन ड्राइव को बूटेबल बनाने के लिए हमें एक पेनड्राइव और bootable pen drive software rufus की आवश्यकता होगी। Rufus bootable pen drive software है जिसका उपयोग कर हम pen drive bootable बना सकते हैं
- सबसे पहले rufus software download करना होगा।
- फिर rufus application इंस्टॉल करना है।
- हमारे कंप्यूटर पर pen drive लगाना है और rafus software open करना है।
- Select option पर जाना है और browsing window से अपने ऑपरेटिंग सिस्टम ISO फाइल का चयन करना है जिन्हें हम टेबल बनाना चाहते हैं।
- ISO file का चयन करने के बाद start पर क्लिक करके process को 100 % पूर्ण होने देना है
- वार्निंग आने पर उसे ok कर देना है
- Ready विकल्प दिखाई देने पर विंडो close कर देना है और pen drive कंप्यूटर से निकाल लेना है।
अब हमारा पेनड्राइव बूटेबल हैं इसे जिस कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम इंस्टॉल करना है उस पर boot कर windows install करना है।
यदि हमारे पास refus नहीं है या फिर किसी कारणवश rufus का उपयोग नहीं करना है तो ऐसी स्थिति में हम command prompt का उपयोग कर पेन ड्राइव को बूटेबल बना सकते हैं।
Pen drive बूटेबल बनाने के लिए किन-किन चीजों की आवश्यकता होती है
लैपटॉप और कंप्यूटर में उपयोग की जाने वाली पेन ड्राइव को बूटेबल बनाने के लिए हमें निम्न चीजों की जरूरत होती है जो कि इस प्रकार
- हमारे पास computer PC/ laptop होना चाहिए क्योंकि इसी के जरिए हम पेनड्राइव बूटेबल बना सकते हैं।
- हमारे पास कम से कम 8GB तक का पेनड्राइव होना चाहिए। इससे कम जीबी में काम नहीं होगा।
- हम जो भी विंडो इंस्टॉल करेंगे उसका सेटअप हमारे पास होना चाहिए क्योंकि इसी से टप को कॉपी करके बूटेबल पेनड्राइव में डालना है।
Bootable pendrive की आवश्यकता क्यों होती?
वैसे तो बूटेबल पेनड्राइव कई आवश्यकताओं के लिए बनाए जाते हैं किंतु उसमें से सबसे अधिक जो आवश्यकता है वह है PC को boot करने के लिए उपयोग में लेना।
यदि किसी कारणवश system failed हो जाता है ,कंप्यूटर स्टार्ट नहीं हो रहा है, bootable file मैं error होने पर, virus की समस्या और भी बहुत से ऐसे कारण हैं जिन कारणों से हमें बूटेबल पेनड्राइव बनाने की आवश्यकता होती है।
Window को इंस्टॉल करने, upgrade करने के लिए हम bootable USB का उपयोग करते हैं। हम एक portable pen drive बना लेते हैं जिसकी सहायता से कभी भी और कहीं भी windows operating system एवं अन्य operating system को हम इंस्टॉल कर सकते हैं।
बूटेबल पेनड्राइव के फायदे
- बूटेबल पेनड्राइव का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसे हम अपने घर पर खुद ही बना सकते हैं और अपने 300 से ₹500 तक बचा सकते हैं।
- इससे हम अपने PC में बिल्कुल फ्री fresh window को install कर सकते हैं अगर हम direct set up से windows को computer मैं इंस्टॉल करते हैं तो उससे कंप्यूटर में clean और fresh window install नहीं होती है। लेकिन अगर हम बूटेबल पेनड्राइव की मदद PC मैं windows install करते हैं तो इससे हमें PC मैं clean और fresh windows इंस्टॉल होती है।
- Bootable pendrive बनाना बहुत ही आसान है हमें technical चीजों के बारे में ज्यादा ज्ञान नहीं है तो भी हम बूटेबल पेनड्राइव आसानी से बना सकते हैं।
- Bootable pen drive से window install करना आज के समय में सबसे अच्छा तरीका है।
Pen drive के भाग
पेनड्राइव के मुख्य भाग इस प्रकार है
USB connector
इसकी सहायता से पेनड्राइव को कंप्यूटर से plug करते हैं।
Controller chip
यह पेनड्राइव से इंफॉर्मेशन को receive करता है, कंट्रोलर पेन ड्राइव के अंदर स्टोरेज किए गए डाटा को मैनेज करता है।
Flash memory chip
यह chip फाइल और डाटा को स्टोरेज करने में मदद करता है। इसकी सहायता से हम डाटा को पेनड्राइव से डिलीट भी कर सकते हैं। यह 4GB 16GB से 512gb तथा 1 tb तक केपीसीटी का हो सकता है।
Test point
यह इलेक्ट्रॉनिक पिन होती हैं। जब पेनड्राइव को असेंबल किया जाता है तो इस पिन की मदद से पेनड्राइव को सेट किया जाता है।
LED
कंप्यूटर या लैपटॉप मैं पेनड्राइव डालने के तुरंत बाद एलईडी जलने लगती है जिससे पता चलता है कि पेनड्राइव ठीक से काम कर रही है या नहीं।
Write protect chip
इसकी मदद से पेन ड्राइव में स्टोर किए गए डेटा की सुरक्षा की जाति है।
Second flash memory chip
एक्स्ट्रा मेमोरी चिप डालने के लिए यह स्लॉट होता है जिससे कि पेनड्राइव की स्टोरेज क्षमता को बढ़ाया जा सके।
Heatsink
यह पेनड्राइव की गर्मी को सोख लेता है जिससे कि पेनड्राइव खराब नहीं होती है। एक अच्छी पेनड्राइव में heatsink आयरन और एल्युमिनियम का बना होता है। लेकिन कई पेनड्राइव में यह प्लास्टिक का भी होता है
FAQ—पेनड्राइव से जुड़े हुए कुछ प्रश्न
Bootable pendrive से ही विंडो इंस्टॉल क्यों करना चाहिए?
बूटेबल पेनड्राइव से ही windows को install करना चाहिए क्योंकि से हम अपने PC मैं windows की clean और fresh install करो सकते हैं।
कंप्यूटर मे पेनड्राइव का क्या कार्य है?
पेनड्राइव का इस्तेमाल मुख्य रूप से डाटा को स्टोर और TRANSFER करने में किया जाता है । इसके द्वारा audio video और दूसरे data file को आसानी से एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में transfer किया जा सकता है।
कंप्यूटर को बूट कौन करता है ?
कंप्यूटर को बूट ऑपरेटिंग सिस्टम करता है। ऑपरेटिंग सिस्टम या os एक कंप्यूटर की हार्ड ड्राइव पर स्थापित सॉफ्टवेयर है। जो कंप्यूटर हार्डवेयर को कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के साथ संचार और संचालित करने में सक्षम बनाता है।
निष्कर्ष (conclusion)
पोस्ट में हमने पेनड्राइव को बूटेबल कैसे बनाई है सीखा और हमें आशा है कि आप भी सीडी डीवीडी और पेन ड्राइव को बूटेबल बना पाएंगे। और इस आर्टिकल में यह भी जानकारी दी है कि बूटेबल पेनड्राइव क्या है? पेनड्राइव बूटेबल के क्या फायदे हैं? पेनड्राइव के भाग कौन-कौन से हैं? पेन ड्राइव को बूटेबल बनाकर हम घर पर ही 300 से ₹500 तक बचा सकते हैं।