एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर क्या है | Application Software के प्रकार 

Programming Language में लिखा गया उस instruction set होता है, जो hardware में जान डालने का काम करता है। Software, Hardware को निर्देश देने का काम करता है अर्थात Software यह बताने का काम करता है कि Hardware को क्या करना है। हम आपको Application Software क्या है ? आर्टिकल में Application Software के प्रकार, Application Software की परिभाषा, Application Software के कार्य और Application Software Examples के बारे में पूरी जानकारी देगे।

किसी भी डिवाइस जैसे Computer, Laptop, Mobile आदि में उपयोग होने वाले Software भी दो तरह के होते हैं जिनमें से पहला System Software और दूसरा Application Software होता है।सभी लोग अपने Computer, Laptop, Tablet, Mobile आदि में अनेक प्रकार के Application का इस्तेमाल करते हैं। इसमें सभी प्रकार के Application का अलग-अलग काम होता है जैसे कोई गेमिंग के लिए होते हैं, तो कोई मनोरंजन के लिए और कोई अन्य विशेष कामों के लिए होते हैं।

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर क्या है?

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर एक प्रकार का कंप्यूटर प्रोग्राम है विशिष्ट कार्य करता है। एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर द्वारा किए जाने वाले ये कार्य व्यक्तिगत, व्यावसायिक और साथ शैक्षिक हो सकते हैं। इस प्रकार, एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर को एंड यूज़र सॉफ़्टवेयर या उत्पादकता सॉफ़्टवेयर के रूप में भी जाना जाता है।

प्रत्येक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को उत्पादकता, दक्षता और संचार से संबंधित विशेष प्रक्रिया के साथ उपयोगकर्ताओं की सहायता के लिए विकसित किया जाता है। सिस्टम सॉफ़्टवेयर के विपरीत, एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर इसकी कार्यक्षमता के लिए विशिष्ट है और उस कार्य को पूरा करता है जिसे करने के लिए उन्हें विकसित किया गया है। हम अपने स्मार्टफोन पर जो ऐप्स देखते हैं, उनमें से अधिकांश एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के उदाहरण हैं।

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कितने प्रकार के होते हैं?

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कंप्यूटर, डेस्कटॉप में भी उपलब्ध होता है और यह हमारे स्मार्टफोन में भी उपलब्ध होता है। अगर आपको यह जानना है कि एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कितने टाइप का होता है, तो नीचे आपके सामने हमने एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के कितने प्रकार है प्रस्तुत किए हैं।

1. वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर

इस प्रकार के एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में आप टेक्स्ट के तौर पर कुछ भी टाइपिंग कर सकते हैं, किसी भी डॉक्यूमेंट को एडिट कर सकते हैं अथवा किसी भी डॉक्यूमेंट को फॉर्मेट कर सकते हैं। माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, एप्पल वर्क यह सभी वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर के एग्जांपल हैं।

2. स्प्रेडशीट सॉफ्टवेयर

इस प्रकार के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल यूजर आर्थिक डाटा को रिकॉर्ड करने के लिए, डाटा की कैलकुलेशन करने के लिए और डाटा की तुलना करने के लिए करता है। स्प्रेडशीट सॉफ्टवेयर के एग्जांपल के तौर पर एम एस एक्सेल, लिब्रे ऑफिस, आई वर्क नंबर इत्यादि शामिल हैं।

3. डेटाबेस मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर

अगर आपको डाटा को मैनेज करना है या फिर स्टोर करना है अथवा उसे मेनू प्लेट करना है तो आप डाटा बेस मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना पड़ेगा। इसके लिए आपको माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस, फाइल मेकर जैसे सॉफ्टवेयर का यूज करना पड़ेगा।

4. प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर

इस प्रकार के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल तब किया जाता है, जब किसी व्यक्ति को प्रेजेंटेशन तैयार करनी होती है। प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके आप ऑडियो, फोटो और टेक्स्ट के जरिए एक ग्राफिकल प्रेजेंटेशन तैयार कर सकते हैं और इसके जरिए आप अच्छा सा स्लाइड शो भी बना सकते हैं।सामान्य तौर पर प्रजेंटेशन तब बनाया जाता है जब हमें अपने विचार को या फिर अपने प्रोजेक्ट को किसी कंपनी या फिर किसी दूसरे व्यक्ति के सामने प्रस्तु करना होता है। प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर क्रिएट करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट पावरप्वाइंट, स्लाइड डॉग जैसे सॉफ्टवेयर को इस्तेमाल में लिया जाता है।

5. अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर

इसकी सीधी सी बात है कि ऐसे सॉफ्टवेयर जिस Q आप एकाउंटिंग या फिर फाइनेंस से संबंधित कामों की करते हैं, उन्हें अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर कहा जाता है। टेली, व्यापार, जीरो अकाउंटिंग यह सभी अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर के एग्जांपल हैं।

अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कंपनी में किया जाता है, जिसमें काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी से संबंधित जानकारियों को दर्ज किया जाता है। इसके अलावा कंपनी के कुछ रोजाना के कामों की भी जानकारी इसमें दर्ज की जाती है।

6. डेस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर– इसे शार्ट में डीटीपी कहा जाता है जिसमें या तो न्यूज़ लेटर तैयार किया जाता है या फिर उपयोग पत्र और ब्रोशर जैसे डॉक्यूमेंट इसमें बनाए जाते हैं। एडोबपेजमेकर, एडोब इंडिजाइन, माइक्रोसॉफ्ट पब्लिशर यह सभी डेस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर के एग्जांपल है।

7. ग्राफिक डिजाइनिंग सॉफ्टवेयर

आपने 2D, 3D चित्र के बारे में सुना ही होगा। इनका निर्माण करने के लिए जिस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल होता है उसे ग्राफिक डिजाइनिंग सॉफ्टवेयर कहा जाता है। एडोब इलस्ट्रेटर, एडोब फोटोशॉप, कोरल ड्रॉ, ऑटो कैड यह सभी ग्राफिक डिजाइनिंग सॉफ्टवेयर के एग्जांपल है।

8. मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर

इस प्रकार के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके हम ऑडियो के साथ साथ वीडियो को भी चला सकते हैं या फिर वीडियो और ऑडियो को रिकॉर्ड कर सकते हैं। मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर अधिकतर स्मार्टफोन, कंप्यूटर लैपटॉप में उपलब्ध होता ही है। विंडोज मीडिया प्लेयर, वीएलसी मीडिया प्लेयर, Winamp Mediamonkey, iTunes यह सभी मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर के एग्जांपल हैं।

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के कार्य

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर प्रोग्राम विभिन्न प्रकार की भूमिकाओं को निष्पादित करने के लिए विकसित किए जाते हैं। कार्य सीमित नहीं हैं बल्कि उपयोगकर्ता की आवश्यकता पर निर्भर करते हैं। एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर के कुछ सबसे सामान्य कार्य हैं

  • डेटा में हेरफेर करना
  • जानकारी का प्रबंध करना
  • आंकड़ों की गणना
  • दृश्यों का निर्माण
  • समन्वय संसाधन
  • रिपोर्ट लिखना
  • स्प्रेडशीट बनाना
  • छवियों में हेरफेर
  • अभिलेखों में रखते हुए
  • वेबसाइटों का विकास करना
  • खर्चों की गणना

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के फायदे (Advantage of Application Software )

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के निम्न फायदे हैं –

  • एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर की मदद से यूजर अपने विशेष कार्यों को पूरा कर सकता है.
  • आवश्यकता न होने पर यूजर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को Uninstall भी कर सकता है.
  • एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर यूजर की सटीक आवश्यकताओं को पूरा करती है.
  • एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को नियमित रूप से अपडेट किया जाता है जिससे कि यूजर नवीनतम संस्करण का लाभ उठा सके.
  • अगर हमें Data में किसी प्रकार की हेर फेर करने की जरुरत होती है तो एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर की मदद लेनी पड़ती है.

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के नुकसान (Disadvantage of Application Software )

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के कुछ नुकसान भी हैं –

  • सभी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर फ्री में उपलब्ध नहीं होते हैं किसी सॉफ्टवेयर के लिए हमें Pay भी करना होता है.
  • एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर बनाने के लिए Programming की Knowledge होनी चाहिए.
  •  सभी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर सही नहीं होते हैं कुछ सॉफ्टवेयर Harmful होते हैं जो आपके डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर की विशेषताएं

  • इसे किसी विशेष task को करने के लिए तैयार किया जाता है। इसलिए यह यूजर की आवश्यकता को पूरा करता है।
  • यह यूजर के काम को आसान बनाता है।
  • कुछ एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में आप Add- ones भी ले सकते हैं।
  • एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर पर क्रिएट किए गए प्रोजेक्ट को हम अलग अलग फॉर्मेट में सेव कर सकते हैं।

सिस्टम सॉफ्टवेयर के कुछ प्रमुख उदाहरण निम्नलिखित हैं – (Examples Of System Software )

BIOS (BASIC INPUT OUTPUT

SYSTEM) – बायोस भी एक प्रकार का सिस्टम सॉफ्टवेयर है जिसके द्वारा आप अपने सिस्टम के ट्रबल सूट बूट प्रायोरिटी और सिस्टम की आंतरिक सेटिंग्स को बदल सकते हैं।

बूट प्रोग्राम ( Boot Program) – बूटिंग प्रोग्राम कंप्यूटर को चालू करने की एक प्रक्रिया है । इसे हार्डवेयर द्वारा शुरू किया जा सकता है जैसे बटन दबाकर, या सॉफ्टवेयर कमांड द्वारा । जब एक कंप्यूटर शुरू में संचालित होता है, तो कंप्यूटर के ROM में स्वचालित रूप से कमांड निष्पादित होते हैं कंप्यूटर के बूट प्रोग्राम को मेमोरी में लोड करने और उसके निर्देशों को निष्पादित करने का निर्देश देते हैं।

डिवाइस ड्राइवर (Device Driver) – डिवाइस ड्राइवर भी एक प्रकार का सिस्टम सॉफ्टवेयर है, जब भी आप अपने सिस्टम में किसी डिवाइस को कनेक्ट करतेहैं, तो वह डिवाइस एक हार्डवेयर होता है जो सीधे आपके सिस्टम के सॉफ्टवेयर से इंटरैक्ट नहीं कर सकता है।

सॉफ्टवेयर कैसे काम करता है?

सॉफ्टवेयर कंप्यूटर मशीनों में उपयोग किए जाने वाले एक आधार पर होता है जिसका नाम ‘कंप्यूटर प्रोग्राम’ होता है। सॉफ्टवेयर इनपुट, प्रोसेसिंग और आउटपुट तीन स्तरों पर काम करता है।

सॉफ्टवेयर एक प्रोग्राम होता है जो कंप्यूटर द्वारा पढ़े जाने वाले इनपुट के आधार पर निर्देशों का अनुपालन करता हुआ कंप्यूटर के द्वारा कार्य किया जाता है। जब एक उपयोगकर्ता किसी सॉफ्टवेयर का उपयोग करता है, उसे इसका इनपुट प्रदान करना पड़ता है। यह इनपुट विभिन्न तरीकों से प्रदान किया जा सकता है जैसे कि कीबोर्ड, माउस, टचस्क्रीन आदि । इनपुट प्राप्त करने के बाद, सॉफ्टवेयर इसे प्रोसेस करता है जिसमें इनपुट के आधार पर कुछ गणनाओं को कंप्यूटर मशीन में कराया जाता है। सॉफ्टवेयर इनपुट को प्रोसेस करने के लिए प्रोग्रामिंग भाषाओं का उपयोग करता है जैसे कि जावा, सी ++, पायथन आदि ।

FAQ—एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर से जुड़े प्रश्न और उनके उत्तर 

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में कितने प्रकार होते हैं?

सॉफ्टवेयर तीन प्रकार के होते है – सिस्टम सॉफ्टवेयर,
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, और यूटिलिटी सॉफ्टवेयर ।

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का दूसरा नाम क्या है?

अनुप्रयोग सॉफ़्ट्वैर, या ऐप (app), किसी विशिष्ट कार्य के लिए प्रयुक्त कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर कहलाता है।

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का उपयोग क्या है?

एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software) एक ऐसा सॉफ्टवेयर जिसे विशेष उपयोगिताओं के लिए बनाया गया है। एप्लिकेशन प्रोग्राम सामान्य उद्देश्यों के लिए बनाये जाते हैं जैसे की उपज का लेखा-जोखा, सामान्य बिल बुक और खाता-बही बनाना आदि । ये पैकेज बैंकों, अस्पतालों, बीमा कम्पनियों, पब्लिकेशनों आदि के लिए बनाये जाते हैं

कौन सा एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर नहीं है?

सही उत्तर डॉस है। एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर एक कंप्यूटिंग सॉफ़्टवेयर है जिसे कंप्यूटर के संचालन से संबंधित एक के अलावा एक विशिष्ट कार्य करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, आमतौर पर अंत-उपयोगकर्ताओं द्वारा उपयोग किया जाता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

 इस लेख को पूरा पढने के बाद आप लोगों ने सीख लिया होगा कि Application Software क्या है और यह कितने प्रकार के होते हैं. कुल मिलाकर कहें तो एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के बिना यूजर कंप्यूटर में अपने Task को पूरा नहीं कर सकता है. कंप्यूटर में किसी भी प्रकार के कार्य को करने के लिए एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर बहुत महत्वपूर्ण हैं.

दोस्तों इस लेख में इतना ही, उम्मीद करते हैं आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख जरुर पसंद आया होगा इस लेख को अपने दोस्तों के साथ भी सोशल मीडिया पर भी जरुर शेयर करें.

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मैं Vinod Dhakad, Techvinod.Com का Technical Author & Founder हूँ. Education की बात करूँ तो मैं एक Graduate हूँ. अगर आपको किसी प्रकार की जानकारी या मदद चाहिए तो आप हमें Contact Us पेज पर अपना मैसेज भेज सकते हो.

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